मंगलवार, 6 सितंबर 2022

 लौट आया हूँ शायराना 

लिखने के हुनर में दोस्तों 

जरा महफूज़ रहना 

मेरी दिल की बातो 

में यूं एक दम रूठ ना जाना..

शनिवार, 28 मार्च 2020

हम दोनों जिन्दा है अभी


हम दोनो ही जिंदा हैं अभी

बिछड़कर मरने की कसमे झूठी थीं।